The Richest Man in Babylon Book Summary Hindi

यह बुक पढ़कर हमें ऐसा लगता मानों हम पैसे की प्रति अपनी सोच को बदल सकते हैं, और अमीर भी बन सकते हैं। यह बुक हमें वह विचार भी देती है जिसे आजमाकर हम अपने हल्के बटुवे को भारी करना सीख सकते है।

लेखक George S. Clason द्वारा लिखित The Richest Man in Babylon बुक अमीरी के वे प्राचीन रहस्य हमारे सामने रखती है, जिसे फॉलो करके प्राचीन लोग अमीरी को प्राप्त करते थे। इस किताब में ऐसे कई नियम दिए गए हैं, जिन्हें फॉलो करके हम अपने पैसे और कमाने की क्षमता बढ़ा सकते है। इसमें वे तरीके भी बताए गए हैं जिससे हम अपने कर्ज को आसानी से खत्म कर सकते हैं।


यह बुक हमें पांच बातों को जानने की ओर आकर्षित करती है;

  1. अमीरी की शुरुआत एक अमीर सोच से शुरू होती है।
  2. अपने बटवे को भारी करने के सात नियमों को जानना और व्यावहारिक रूप से उपयोग करना सीखना।
  3. उन नियमों को समझना जिससे पैसा नियंत्रित होता है।
  4. पैसे का खेल खेलने वाले साहूकार से पैसा मैनेज करना सीखना।
  5. अपने कर्ज को कम करने की ओर कदम बढ़ाना।

अमीरी की सोच

कुछ लोग केवल अमीरी के सपने देखते है लेकिन उस पर काम नहीं करते। वे पैसे की उम्मीद करते हैं, जब उनके पास पैसा आ जाता है तो वे अपने शोक की चीजें खरीदने और मनपसंद खाना खाने में खर्च कर देते हैं। समय के साथ उनका सारा पैसा खत्म हो जाता है' और वे जहां थे वही वापस पहुंच जाते हैं।

कुछ लोग अमीरी की इच्छा रखते हैं लेकिन लंबे समय तक उस पर काम नहीं कर पाते हैं। वे लोग यह भी जानते हैं कि किस प्रकार अमीर बना जाता है। लेकिन उनके पास उन रास्तों पर चलने के लिए समय नहीं होता, या यूं कहे कि वे समय नहीं निकाल पाते हैं। इसीलिए इस प्रकार के लोग अमीरी और गरीबी के बीच लटक जाते हैं।

बहुत कम लोग अमीरी की इच्छा रखते हैं और उन इच्छाओं को पूरा करने के लिए उन पर काम भी करते हैं। उन्हें इस बात से कोई फर्क नहीं पड़ता कि इसमें कितना समय लगेगा। ऐसे लोग अपनी गलतियों से सीखते हैं और अपने रास्तों पर आगे बढ़ते हैं।


हल्के बटुए के सात इलाज

1-अपने बटुए को मोटा करना शुरू करें। हमें अपनी आमदनी का 10% हिस्सा बचाना सीखना होगा, तभी हमारा बटवा भारी हो सकता है। कुछ समय हमें परेशानियों का सामना करना पड़ सकता है, लेकिन कुछ दिनों बाद हम 90% हिस्से में जीना सीख लेते है।

2-अपने खर्चों पर नियंत्रण करें। एक अजीब सा सच है कि हमारे जरूरी खर्चें, कमाई के साथ बढ़ते जाते हैं, अगर हम इन्हें रोकने की कोशिश ना करें तो। इसलिए अपने खर्चों का बजट बनाएं ताकि हमारे पास जरूरतों को पूरा करने के लिए पैसा हो।

3-अपने पैसे को बढ़ाएं। जो भी हम पैसा बचाते हैं, उस पैसे को काम पर लगाए ताकि खेतों की फसलों की तरह वे भी हम तक बढ़कर आए। संपत्ति की एक ऐसी धारा पैदा करें जो हमें लगातार पैसा देती रहे, चाहे हम काम करें या ना करें।

4-अपने खजाने को नुकसान से बचाए। अपने निवेश की रक्षा करने के लिए वहां पैसा लगाए, जहां मूलधन सुरक्षित हो और इसे जरूरत पड़ने पर निकाला जा सके। समझदार लोगों से सलाह ले और उनके ज्ञान का इस्तेमाल अपने पैसे को असुरक्षित निवेशों से बचाने के लिए करें।

5-अपने आवास को लाभदायक निवेश में बदलें। किराए के घर में रहने से हम दूसरों को पैसा देते हैं और अपने घर में रहने से हम उन पैसों को बचा सकते हैं। इसलिए अपना घर खरीदिए और उसके मालिक बनिए, यह भी हमारा एक अच्छा निवेश हो सकता है।

6-भविष्य की आमदनी निश्चित करें। हर किसी की यह इच्छा होती है कि वह अपने बुढ़ापे और परिवार की सुरक्षा के लिए पहले से इंतजाम करके रखें। इसलिए हमें कुछ ऐसे निवेश कर लेने चाहिए, जिससे हमें भविष्य में भी सुरक्षा मिलती रहे और वे तब भी उपलब्ध हो जब हमारे द्वारा अनुमानित समय आ जाए।

7-अपने कमाने की क्षमता बढ़ाए। हम जितना ज्यादा सीखते हैं हम उतना ही ज्यादा कमाते हैं। जो इंसान अपने काम को सिखने में ज्यादा मेहनत करता है, उसे उतना ही पुरस्कार मिलता है।


पैसे के पांच नियम

  1. पैसे उसके पास खुशी से और बढ़ती मात्रा में आता है, जो इसका कम-से-कम दसवां हिस्सा भविष्य में संपत्ति बनाने और अपने परिवार के लिए बचाकर रखता है।
  2. पैसा उस समझदार मालिक के लिए मेहनत से काम करता है, जो इसके लिए अच्छा निवेश खोजता है, जो इसे खेतों की फसलों की तरह बढ़ाता जाता हैं।
  3. पैसा उस समझदार मालिक के पास सुरक्षित रहता है, जो चमक-धमक वाले निवेशों से इसे बचाता है, और इसे समझदार इंसानों की सलाह के अनुसार निवेश करता है।
  4. पैसा उन लोगों के हाथों से फिसल जाता है। जो इसे ऐसे व्यापार और कामों में लगाते हैं, जिनके बारे में उन्हें कोई जानकारी नहीं होती, या जिसके बारे में अनुभवी लोग निवेश करने की सलाह नहीं देते हैं।
  5. पैसा उस इंसान से दूर भागता है जो इसे नामुमकिन कमाई के साधनों में लगाते हैं, या धोखेबाजों की चमकदार सलाहों को मानते हैं, या अपने अनुभव पर ज्यादा विश्वास करते हैं, या निवेश से बहुत ज्यादा की उम्मीद करते हैं।

साहूकार के नियम

साहूकार वह व्यक्ति होता है जो हमें ब्याज पर पैसे देता है। इनकी कमाई का साधन ही लोगों को पैसे देना और उनसे ब्याज हासिल करना होता है।

इनकी एक कहावत है जिसे पहला नियम कहते हैं कि अगर तुम अपने दोस्त की मदद करना चाहते हो, तो वह ऐसे करो कि अपने दोस्त का भार हम पर न आ जाये।

साहूकार दूसरे नियम के बारे में बताते हुए कहता हैं कि मुझे खाली पड़ा हुआ पैसा पसंद नहीं, लेकिन मुझे इसे खतरे में डालना भी पसंद नहीं। इसलिए यह ध्यान रखें कि किसी को भी कर्ज पर पैसा देना आसान है। लेकिन इसे बेवकूफी से दिया जाए तो इसे वापस नहीं पाया जा सकता।

साहूकार अपना तीसरा नियम बताते हुए कहता है कि ऐसे लोगों के आइडिया पर अपना पैसा कभी मत लगाना, जो लोग सपने तो देखते हैं लेकिन व्यापार की सुरक्षा और उसके बारे में कुछ नहीं जानते। इसलिए यह याद रखें कि बड़े पछतावे से छोटी सावधानी अच्छी है।

कर्ज खत्म करने के तीन नियम

पहला नियम यह कहता है कि हम जो भी कमाते हैं, वह कम हो या ज्यादा इससे कोई फर्क नहीं पड़ता। अपनी कमाई का 10% हिस्सा या दसवां भाग निकालकर अलग रख लेना है। अगर इसे सही से निवेश किया जाए तो यह हमें भविष्य में अमीर बना सकता है।

दूसरा नियम यह कहता है कि हमें अपनी आमदनी का 70% हिस्सा बाकी चीजों पर खर्च करना चाहिए। यह चीज़े इस प्रकार हो सकती है जैसे घर, कपड़े ,भोजन और कुछ अन्य खर्चें।

इस नियम पर हम जितने दृढ़ता से टिके रहेंगे, उतनी ही संभावना है कि हम अपने कर्ज को कम कर सकते हैं। हमें यह भी ध्यान रखना है कि 70% हिस्से से ज्यादा पैसा अन्य चीजों पर खर्च न हो।

तीसरा नियम यह कहता है कि अपनी आमदनी का 20% हिस्सा अपने कर्जदारों में ईमानदारी से बांट दें। इससे हमारा कर्ज कम होता रहेगा। और अगर देखा जाए तो हम इस प्रकार भी कार्य कर सकते हैं, जिन चीजों पर ज्यादा ब्याज लग रहा हो, उन चीजों को जल्दी फाइनल कर ले, इस प्रकार हम कर्ज मुक्त हो सकते हैं।


बुक कोट्स

धन वह माध्यम है, जिससे धरती पर हमारी सफलता मापी जाती है।

धन आज भी उन्ही नियमों से बनाया जाता है, जिन नियमों से छह हजार साल पहले, बेबीलोन के अमीर लोगों के द्वारा बनाया जाता था।

जो लोग सोचते हैं कि वे अमीर नहीं बन सकते, वे सच में अमीर नहीं बन सकते। क्योंकि अमीर लोगों की मानसिकता इस प्रकार के विचारों को ग्रहण ही नहीं करती है।

अवसर एक ऐसा देवता है, जो बिना तैयारी वालों के साथ वक्त बर्बाद नहीं करता इसीलिए हमेशा तैयारी करके रखें क्योंकि अवसर आते तो बताकर नहीं आते।

जहां भी इंसान ऊर्जा डालता है वहां संपत्ति बढ़ती है।

जो अपनी बचत के बारे में उनसे सलाह लेता है जीने कोई अनुभव नहीं है वह गलत सलाहों के कारण अपनी बचत का पैसा खो बैठता हैं।

बहुत कम लोग अमीरी की चाह रखते है और इसको पाने के लिए कदम बढ़ाते है।

जिस पर बिना मेहनत के स्वर्ण की वर्षा होती है वह अनियंत्रित खर्चों का शिकार हो जाता है।

जो संपत्ति अपने मालिक के लिए सुख और संतुष्टि देती है वह धीरे-धीरे आती है क्योंकि यह ज्ञान और ठोस लक्ष्य से पैदा होती है।

पैसा हमेशा उसी व्यक्ति के पास रहना पसंद करता है जो पैसे को सही जगह निवेश करता है।

पैसे के लिए काम करना अच्छी बात है पर हमें वे तरीके भी खोजते रहने है जिससे पैसा अपने लिए काम करें।


END

और नया पुराने